रब्ब दी आवाज़ की पहले वर्षगांठ

अत्यधिक विनम्रता और हार्दिक कृतज्ञता के साथ, हम भारत की पहली बहु-समावेशी हिन्दी फीचर फिल्म ‘रब्ब दी आवाज़’ की पहली वर्षगांठ के अवसर को साझा करते हैं, जो की 28 दिसंबर, 2023 को रिलीज़ हुई थी।

अपने संचालन के पहले वर्ष में, ‘रब्ब दी आवाज़’ ने सफलतापूर्वक 200 से अधिक स्क्रीनिंग पूरी की और डिजिटल स्ट्रीमिंग के माध्यम से विश्व स्तर पर लाखों दर्शकों तक पहुंची – एक यात्रा जो हजारों व्यक्तियों के प्यार और समर्थन से संभव हुई।

 

यह क्षण उन सभी लोगों का है जो समावेशिता और समानता के दृष्टिकोण में विश्वास रखते हैं। हम दुनिया भर में भारतीय सिनेमा के दर्शक एवं भारत के विभिन्न दिव्यांग समुदाय के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं, जिनका विश्वास और प्रोत्साहन इस फिल्म के विकास और प्रगति में अमूल्य रहा है। हम शैक्षिक संस्थानों, सामाजिक समूहों और विचारकों के भी समान रूप से आभारी हैं, जिन्होंने पूरे दिल से इस फिल्म का अपने यहां स्वागत किया और इसके संदेश को विविध दर्शकों तक पहुंचाया।

 

ग्रामीण और शहरी केंद्रों में स्क्रीनिंग ने यह सुनिश्चित किया कि समावेशिता का संदेश हर तरह के समुदायों तक पहुंचे। इसके माध्यम से, हमने एक ऐसे मंच को बढ़ावा देने का प्रयास किया जहां सिनेमा जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को एकजुट कर सके और प्रेरित कर सके।

 

पूरे वर्ष भर प्रतिबद्ध निःशुल्क स्क्रीनिंग और उपशीर्षक, क्लोज़्ड-कैप्शन, हिंदी ऑडियो विवरण और भारतीय सांकेतिक भाषा की सुविधा के साथ एक सुलभ रिलीज़ के साथ, ‘रब्ब दी आवाज़’ हर किसी के लिए एक फिल्म बन गई – जिसने पहुंच, क्षमता, दर्शकों की उम्र और साक्षरता की बाधाओं को पार कर लिया। इस पहल ने समावेशी और सुलभ सिनेमा, समावेशी शिक्षा और वास्तव में समावेशी एवं सुलभ भारत की ओर हमारी यात्रा को चिह्नित किया।

 

यह उपलब्धि सामूहिक इच्छाशक्ति तथा एकजुटता, उपचार, प्रेरणा और सशक्तीकरण के लिए फिल्मों की शक्ति में साझा विश्वास को दर्शाती है। जैसे-जैसे हम ‘रब्ब दी आवाज़ ‘ के साथ आगे बढ़ रहें हैं, हम अपने साथ वह सभी सीख, अत्यंत प्रेम, सहानुभूति और आशा लेकर बढ़ रहें हैं जो यह यात्रा हमारे जीवन में लायी हैं।

 

हमारे साथ इस राह पर चलने के लिए आपका धन्यवाद!

इस फ़िल्म को अपना बनाने के लिए आपका धन्यवाद!

 

इस यात्रा में हमने यह सीखा है कि सबसे सरल कहानियाँ भी प्रभावित कर सकती हैं और परिवर्तन प्रज्वलित कर सकती हैं |

 

यह सफर जारी है…

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